Hindi Short Stories With Moral For Kids 2022:आजकल के बच्चों को जीवन जीने का सही तरीका बताने के लिए कहानियां बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। बच्चों कहानियां काफी पसंद आते हैं और वैसे ध्यान से सुनते भी हैं। कहानियों के माध्यम से बच्चों को महत्वपूर्ण सीख एवं ज्ञान दिया जा सकता है।
कहानियों के माध्यम से मिली सीख बच्चों को बेहतर इंसान बनने में मदद करती है। Moral Stories In Hindi और Motivational Story In Hindi छोटे और बड़ों के लिए भी काफी प्रेरणादायक होते हैं। Story In Hindi से छोटे बच्चों को हमेशा कुछ सीख जरूर मिलती है। इसलिए हिंदी कहानियां सभी को पसंद आती है चाहे वह छोटे बच्चे हो या बड़े।
इन बच्चों की कहानियों में भी आपको काफी भी नेता देखने को मिलेगी मतलब इसमें कई प्रकार की कहानियां होती हैं जैसे राजा रानी की कहानियां जानवरों की कहानियां भूतों की कहानियां पक्षियों की कहानियां और भी बहुत सारे।
आपने अपने बड़ों को अक्सर यह कहते हुए सुना होगा उन्हें यह कहानियां उनके दादा उनकी दादी या नानी ने उन्हें सुनाया था। लेकिन आजकल बच्चे इंटरनेट पर कहानियां पढ़ना पसंद करते हैं लेकिन उससे ज्यादा यूट्यूब पर कहानियों की वीडियो देखना पसंद करते हैं। लेकिन कहानियों का मजा असलियत में पढ़ने में नहीं आता है। आजकल के बच्चे मोबाइल का कंप्यूटर में ही लगे रहते हैं और उन्हें कहानियां सुनने में इतना मजा नहीं आता जितना हम लोगों ने अनुभव किया है।
हमारी कोशिश आपको हम वह अनुभव दे सके जो हमें कहानियां सुनने में आता था। तो फिर बिना देरी के चले कहानियों का मजा उठाते हैं जो कि आप लोगों को आनंद जरूर देगी।
Short Stories In Hindi For Kids 2022
बच्चों को बेहतरीन Short Stories in Hindi से अवगत कराने के लिए मैंने यह Moral Stories In Hindi लेख लिखा है। यह कहानियां छोटे बच्चों एवं बड़े लोगों दोनों के लिए है। यदि आप अपने बच्चों को कुछ ऐसी रोचक कहानियां सुनाना चाहते हैं जिससे उन्हें ज्ञान मिले साथ ही साथ उन्हें मजा भी आए तो यह कहानियां आप उन्हें सुना सकते हैं तो चलिए एक बढ़िया सी कहानी सुनते हैं।
1.अहंकारी गुलाब की कहानी: Motivational Story In Hindi

एक समय की बात है, कहीं बेहद दूर रेगिस्तान में एक गुलाब का पौधा हुआ करता था उसे अपने रूप पर बेहद घमंड था। उसे एकमात्र या शिकायत थी कि उसके बगल में एक बदसूरत कैक्टस का पौधा पढ़ रहा था पूर्णविराम हर दिन सुंदर गुलाब, कैक्टस का मजाक उड़ाता रहता था जबकि कैक्टस बेहद चुप रहता था। आसपास के पौधों ने गुलाब को बहुत समझाया कि वह ऐसा ना करें लेकिन गुलाब अपने घमंड में चूर थी।
एक दिन चिलचिलाती गर्मी के कारण रेगिस्तान सुख गया और पौधों के लिए पानी नहीं बचा। गुलाब की पंखुड़ियां एवं पत्तियां मुरझाने लगी वह अपना रंग भी खोने लगी। वह बदसूरत होने लगी।
एक दिन दोपहर में गुलाब ने देखा की एक चिड़िया पानी पीने के लिए अपनी चोंच को कैक्टस के पौधे में डूबा रही है। यह देखकर उसके मन में एक ख्याल आया हालांकि उसे शर्म आ रही थी लेकिन फिर भी उसने कैक्टस से पूछा कि क्या उसे कुछ पानी मिल सकता है? इसके जवाब में दयालु कैक्टस ने उसे पानी दे दिया। गुलाब को अपनी गलती पर बेहद अफसोस हो रहा था कि उसने हमेशा कैक्टस का मजाक उड़ाया लेकिन इस कठिन समय में वह इसकी मदद कर रहा है। उसने अपनी गलती के लिए कैक्टस से माफी मांगी फिर उसके बाद उन दोनों ने एक दूसरे की मदद कर उस गर्मी को पार करने का उपाय निकाला।
सीख: किसी को उसके रंग रूप से या उसको देख कर नहीं आना चाहिए। असली खूबसूरती मन में होती है।
2.दो घड़े की कहानी: Do Ghade Moral Story In Hindi

एक बार एक नदी में तेज बाढ़ आई थी। इस बाढ़ में ढेरों सारी चीजें बह गई थी। 3 दिनों के बाद बाढ़ का जोर कुछ कम हुआ। बाढ़ के पानी में एक तांबे का घड़ा और एक मिट्टी का घड़ा भी बह रहा था। यह दोनों घड़े पास में ही बह रहे थे।
तांबे के घड़े ने मिट्टी के घड़े को बहते हुए देख कर कहा अरे भाई तुम तो मिट्टी के बने हो और बहुत नाजुक हो तुम चाहो तो मेरे समीप आ जाओ मेरे पास रहने से तुम सुरक्षित रहोगे।
उसने जवाब में मिट्टी के घड़े ने तांबे के घड़े से कहा मेरा इतना ख्याल रखने के लिए और मेरे बारे में सोचने के लिए आपका धन्यवाद। फिर मिट्टी का घड़ा बोला मैं भले ही मिट्टी का बना हूं पर इस पानी में मैं सुरक्षित रह सकता हूं लेकिन आप बहुत मजबूत है पर मैं ठहरा कमजोर और नाजुक इसलिए यदि मैं आपके पास आया तुम भले मैं पानी में गलू या ना गलू पर आप से टकराकर पक्का टूट जाऊंगा। मैं आपके समीप आने की हिम्मत नहीं कर सकता। आप सचमुच में मेरे हितेषी हैं तो कृपया मुझसे थोड़ा दूर ही रहिए।
इतना कह कर मिट्टी का घड़ा तैरता हुआ तांबे के घड़े से दूर चला गया। (Do Ghade Moral Story In Hindi)
सीख: ताकतवर पड़ोसी से दूर रहने में ही भलाई है।
3.सुई देने वाली पेड़ की कहानी: Short Story In Hindi With Moral

एक जंगल के करीब एक गांव में दो भाई रहा करते थे। बड़ा भाई छोटे भाई के साथ बड़ा ही बुरा बर्ताव करता था। बड़ा भाई हमेशा छोटे भाई का खाना खा लेता था और उसके नए कपड़े भी खुद पहन लेता था। एक दिन बड़े भाई ने सोचा कि पास के जंगल में जाकर वह कुछ लकड़ियां लाएगा और बाजार में बेचकर उससे पैसे कमाएगा।
जैसे ही वह जंगल गया तो उसने पेड़ काटना शुरू कर दिया, उसने बहुत सारे पेड़ काटे फिर पेड़ काटते हुए वह एक जादुई पेड़ से टकराया।
पेड़ ने कहा: सुनो भले आदमी कृपया मेरी शाखा मत काटो। अगर तुमने मुझे छोड़ दिया तो मैं तुम्हें एक सुनहरा सेब दूंगा। ऐसा सुनते ही उसके मन में लालच जाग गया। उसने पेड़ को धमकी दी कि अगर उसने उसे ज्यादा सेव नहीं दिए तो वह उसका पूरा धड़ काट देगा।
ऐसे में जादुई पेड़ ने उसे सेब देने के बजाय उस पर सैकड़ों सुईयो की बौछार कर दी। व दर्द के मारे जमीन पर लेटने लगा और बेहोश हो गया
अब धीरे-धीरे दिन ढलने लगा वही छोटे भाई को अपने भाई की चिंता होने लगी। वह अपने बड़े भाई की तलाश में जंगल की ओर गया और वहां उसने देखा कि उसका भाई बेहोश पड़ा है और उसके शरीर पर सैकड़ों सुईया चुभी थी। उसे यह देख कर बड़ी ही दया आई और अपने बड़े भाई के पास पहुंच कर धीरे-धीरे से हर सुई को हटाने लगा।
उसका बड़ा भाई होश में आ चुका था और वह देख रहा था कि किस तरीके से उसका छोटा भाई उसकी मदद कर रहा है। उसे अपने आप पर गुस्सा आ रहा था कि वह अपने छोटे भाई को कितना परेशान करता था जबकि उसका छोटा भाई उससे कितना ज्यादा प्यार करता था। इसके बाद बड़े भाई ने अपने छोटे भाई से माफी मांगी और उसे प्यार से गले लगा लिया।
पेड़ यह पूरा वाकया देख रहा था और बड़े भाई में आए इस बदलाव को देखकर उसका दिल पिघल गया। पीर ने खुश होकर दोनों भाइयों को सुनहरा सेब दिया जिसकी आगे चलकर उन्हें जरूरत होने वाली थी।
सीख: इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि सभी को हमेशा दयालु और शांत स्वभाव का होना चाहिए क्योंकि ऐसे लोगों को हमेशा सम्मान दिया जाता है।
4.शेर का आसन: Short Story In Hindi With Moral

एक जंगल में एक शेर रहता था। उसने पूरे जंगल को डरा कर रखा हुआ था। एक दिन शहर का राजा जंगल में घूमने गया जहां पर शेर ने देखा कि राजा हाथी पर आसन लगाकर बैठा है। शेर के मन में भी हाथी पर आसन लगाकर बैठने का उपाय सुझा।
शेर ने जंगल के सभी जानवरों को आदेश दिया कि हाथी पर एक आसन लगाया जाए। शेर के कहते हैं हाथी के ऊपर आसन लगाकर शेर के सामने पेश किया गया। शेर कूदकर आसन पर जा बैठा। लेकिन हाथी जैसे ही आगे बढ़ा आसन हिलने लगी और शेर धड़ाम से नीचे गिर पड़ा।
शेर की टांग टूट गई और लगाते हुए उसने कहा:- पैदल चलना ही ठीक होता है।
सीख: जिसका काम उसी को साजे। हमें किसी की भी नकल नहीं करनी चाहिए।
5. गधा और धोबी की कहानी: Moral Stories In Hindi

एक निर्धन धोबी था। उसके पास एक गधा था। गधा काफी कमजोर था क्योंकि उसे बहुत कम खाने-पीने को मिल पाता था।
एक दिन, धोबी को एक मरा हुआ बाघ मिला। उसने सोचा, “मैं गधे के ऊपर इस बाघ की खाल डाल दूँगा और उसे पड़ोसियों के खेतों में चरने के लिए छोड़ दिया करूँगा। किसान समझेंगे कि वह सचमुच का बाघ है और उससे डरकर दूर रहेंगे और गधा आराम से खेत चर लिया करेगा।”
धोबी ने तुरंत अपनी योजना पर अमल कर डाला। उसकी योजना काम कर गई।
एक रात, गधा खेत में चर रहा था कि उसे किसी गधी की रेंकने की आवाज सुनाई दी। उस आवाज को सुनकर वह इतने जोश में आ गया कि वह भी जोर-जोर रैंकने लगा।
गधे की आवाज सुनकर किसानों को उसकी असलियत का पता लग गया और उन्होंने गधे की खूब पिटाई की!
सीख: हमें अपनी सच्चाई नहीं छिपानी चाहिए।
6. बिल्ली बच गई: Moral Story In Hindi

ढोलू-मोलू दो भाई थे। दोनों खूब खेलते, पढ़ाई करते और कभी-कभी खूब लड़ाई भी करते थे। एक दिन दोनों अपने घर के पीछे खेल रहे थे। वहां एक कमरे में बिल्ली के दो छोटे-छोटे बच्चे थे। बिल्ली की मां कहीं गई हुई थी, दोनों बच्चे अकेले थे। उन्हें भूख लगी हुई थी इसलिए खूब रो रहे थे। ढोलू-मोलू ने दोनों बिल्ली के बच्चों की आवाज सुनी और अपने दादाजी को बुला कर लाए।
दादा जी ने देखा दोनों बिल्ली के बच्चे भूखे थे। दादा जी ने उन दोनों बिल्ली के बच्चों को खाना खिलाया और एक एक कटोरी दूध पिलाई। अब बिल्ली की भूख शांत हो गई। वह दोनों आपस में खेलने लगे। इसे देखकर ढोलू-मोलू बोले बिल्ली बच गई दादाजी ने ढोलू-मोलू को शाबाशी दी।
सीख – दूसरों की भलाई करने से ख़ुशी मिलती है।
7. शेर और भालू: Short Story In Hindi With Moral

एक बार, एक शेर और एक भालू ने एक ही समय में हिरण को मारा। वे शिकार को बाँटना नही चाहते थे, इसलिए उन दोनों में झगड़ा हो गया । झगड़ते-झगड़ते वे दोनों थक गए और लेट गए। एक लोमड़ी उन्हें बहुत देर से दूर से देख रही थी। जैसे ही, उसने उन दोनों को आराम करते हुए देखा, उसने हिरण को उठाया और भाग गई।
शेर और भालू असहाय से उसे देखते रह गए। दोनों ने एक दूसरे से कहा, “कितना अच्छा होता, यदि हम शिकार को आधा-आधा बाँट लेते।
लोमड़ी तो भोजन का आनंद ले रही है, जबकि हमें कुछ भी नहीं मिला । “
सीख: हमें लड़ना नहीं चाहिए | लड़ाई किसी समस्या का समाधान नहीं होता|
8. चाँदी का अंडा देने वाली मुर्गी : Short Moral Stories In Hindi

एक बार, एक औरत ने बाज़ार से एक सुंदर मुर्गी खरीदी। यह मुर्गी रोज़ाना एक चाँदी का अंडा देती थी। उस औरत ने जब चाँदी का अंडा देखा तो उसके मन में लालच आ गया। उसने सोचा यदि यह मुर्गी एक से अधिक अंडे देगी तो उसे कोई काम नहीं करना पड़ेगा और वह अमीर हो जाएगी। ज़्यादा अंडे पाने के लिए उस औरत ने मुर्गी को ढ़ेर सारा खाना खिलाया। उसने सोचा, मुर्गी जितना ज़्यादा खाएगी, उतने ज़्यादा अंडे देगी।
अगली सुबह, जब वह औरत अपनी मुर्गी के दबड़े में गई तो उसने अपनी मुर्गी को मृत पाया। अपच के कारण मुर्गी मर गयी थी और अब वह कभी भी अंडे नहीं दे सकती थी।
सीख: लालच बुरी बला है।
8. प्यासा कौआ : Short Moral Stories In Hindi

एक कौआ था। उसे बहुत प्यास लगी थी। उसने देखा कि वहाँ एक घड़ा है। उस घड़े में थोड़ा सा पानी है।उसने पानी पीने की कोशिश की पर उसका चोंच पानी तक नहीं पहुंच पा रहा था।एक
ज़मीन पर आस-पास कंकड़ पड़े थे। कौए को तरकीब सूझी। उसने एक कंकड़ उठाकर घड़े में डाला। इसी तरह वह कंकड़ उठाकर घड़े में डालता गया। पानी ऊपर आ गया। कौए ने पानी पीया और वह उड़ गया।
सीख: सोचकर किसी भी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।
9. चालाक खरगोश: Short Story In Hindi With Moral

एक चीकू नाम का खरगोश था। एक दिन वह अपनी पत्नी के साथ बाग में धूम रहा था जब उसकी पत्नी ने पेड़ पर मीठे-मीठे फल लटके देखे तो उसके मुँह में पानी आ गया। उसने चीकू से फल तोड़कर लाने को कहा। इस पर चीकू ने कहा कि यह बाग एक भेड़िये का है जो बहुत ही खूंखार है। अगर उसे पता चल गया कि हमने फल तोड़े है तो वह हम दोनों को मार कर खा जायेगा । परन्तु चीकू की पत्नी उसके समझाने पर भी ना मानी हारकर चीकू को फल तोड़ने जाना पड़ा।
चीकू ने जैसे ही फल तोड़ने शुरू करे, वहाँ भेड़िया आ गया। चीकू फौरन फल लेकर भगा और पास पड़े एक ड्रम में घूस गया और उस ड्रम में फल रखकर बाहर आकर चुपचाप खड़ा हो गया। तभी भेड़िया वहाँ आ गया और उसने चीकू से पूछा कि क्या उसने किसी खरगोश को वहाँ से फल ले जाते हुए देखा है । चीकू फौरन समझ गया कि भेड़िये ने उसे पहचाना नहीं । उसने भेड़िये से कहा कि अभी-अभी एक खरगोश को मैने इस ड्रम में घूसते हुए देखा है । उसके पास बहुत से फल थे।
भेड़िया ड्रम के पास गया तो उसे उसमें से फलों की खुशबू आ रही थी भेड़िया खरगोश को मारने के लिए उस ड्रम में घूस गया। चालाक चीकू के फटाफट ड्रम का ढकन बंद कर दिया । भेड़िया ड्रम के अन्दर ही मर गया। चीकू और उसकी पत्नी उस बाग के मालिक बन गए। इस तरह चीकू ने अपनी बुद्धि से न सिर्फ अपनी जान बचायी बल्कि उस बाग का मालिक भी बन गया ।
सीख:बुद्धि के प्रयोग से बड़े से बड़े समस्या को हल किया जा सकता है
10. लालची कुत्ता: Short Moral Story In Hindi

एक बार एक कुत्ते को बहुत जोर से भूख लगी थी। तभी उसे एक रोटी मिली । वह उस रोटी का पूरा आनंद लेना चहाता था । इसलिए वह उसे शान्ति में बैठकर खाने की इच्छा से रोटी को अपने मुँह में दबाकर नदी की ओर चल दिया । नदी पर एक छोटा पुल था । जब कुत्ता नदी पार कर रहा था, तभी उसे पानी में अपनी परछायी दिखाई दी । उसने अपनी परछायी को दूसरा कुत्ता समझा और उसकी रोटी छीनना चाहा ।
रोटी छीनने के लिए उसने भौंकते हुए नदी में छलाँग लगा दी । मुँह खोलते ही उसके मुँह की रोटी नदी के जल में गिरकर बह गयी और लालची कुता भूखा ही रह गया।
सीख: हमें लालच नहीं करना चाहिये, संतुष्टि में ही सुख है।
11. लालची कबूतर: Short Moral Stories In Hindi

एक बार की बात किसी जंगल में एक बढ़ा सा पेड़ था। उस पेड़ पर प्रतिदिन बहुत से पक्षी आकर विश्राम करते थे। एक दिन एक बहेलिये ने पक्षी पकड़ने की इच्छा से वहाँ चावल के दाने फैला दिये और उसके ऊपर जाल बिछा दिया और स्वयं एक पेड़ के पीछे छिपकर बैठ गया ।
कुछ समय बाद उस पेड़ पर एक कबूतरों का झुण्ड आकर विश्राम करने लगा । तभी उनकी नजर चावलों के दानो पर पड़ी । दाने देखकर उनकी भूख जाग उठी और वह दाने चुगने के लिए जाने लगे । तब उनके मुखिया ने उन्हे समझाया की उसे इन दानों के पीछे कुछ गड़बड़ लग रही है, इसलिए उन्हें यह दानें नहीं चुगने चाहिए । पर कबूतरो ने अपने मुखिया की बात नहीं सुनी और दाने चुगने के लिए चले गए ।
सारे कबूतर जाल में फँस गए। उन्हे अपने मुखिया की बात न मानने तथा लालच करने की सजा मिल गई। उनके मुखिया ने उन्हे एक दिशा में उड़ने के लिए कहा। सब कबूतर जाल के साथ एक ही दिशा में उड़े और बेहलिया देखता ही रह गया ।
सब कबूतर अपने मुखिया के दोस्त चूहे के घर जा पहुँचे । चूहे ने अपने पैने दाँतो से जाल काट कर कबूतरों को मुक्त कर दिया। कबूतरों ने अपने प्राण बचाने वाले नन्हे चूहे को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया और सब कबूतर नीले आसमान में फिर उड़ गये।
सीख: हमें कभी लालच नहीं करना चाहिए, अन्यथा हम भी कबूतरों की तरह सँकट में फँस सकते है।
12. हिम्मती बच्चे की कहानी: Motivational Story In Hindi

एक 10 साल का बच्चा था जो खेलते खेलते बड़े कुएं में गिर गया। जैसे ही वो कुएं में गिरा बचाओ बचाओ पुकारने लगा और मदद मांगने लगा। 6 साल का बच्चा यह देखकर काफी घबरा गया। वह अपनी चारों तरफ नजर दौड़ाने लगा ताकि उसे कोई दिख जाए जिससे वह मदद मांग सकें। मगर उसे दूर-दूर तक कोई भी नजर नहीं आया तो उसने कुछ भी सोचे समझे बिना कुए के पास में रखी रस्सी जिससे की बाल्टी बंधी हुई थी भाई और अपने दोस्त को बचाने के लिए वह की तरफ फेकी। जैसे ही रस्सी से बंधी बाल्टी का सहारा मिला 10 साल का बच्चा उसे पकड़ के पानी से निकलने के लिए प्रयास करने लगा. दूसरी तरफ 6 साल का बच्चा जो शायद अपने वजन के जितना वजन भी ठीक से उठा नहीं पाता वह पागलों की तरह 10 साल के बच्चे का वजन खींचने लगा और तब तक खींचता रहा जब तक कि वह बाहर नहीं आ गया।
सीख:हिम्मत से किसी काम को करने से उसमे सफल हो सकते हैं।
FAQ:
क्या आपको Short Stories In Hindi पसंद है ?
जी हाँ, मुझे Short Stories In Hindi पढ़ना पसंद है।
आपको Short Stories In Hindi क्यों पढ़नी चाहिए ?
इससे हमें बहुत कुछ सिखने को मिलता है और जीवन में आगे बढ़ने के लिए ये प्रेरणा के श्रोत होते है इसलिए हमें Short Stories In Hindi पढ़ना चाहिए।
क्या हमें Short Motivational Stories In Hindi भी पढ़ने को मिलेंगी ?
जी हाँ, आपको Motivational Stories In Hindi भी पढ़ने को मिलेंगी ।
मुझे उम्मीद है कि आप लोगों को का मेरा यह Short Stories In Hindi पोस्ट पसंद आया होगा । अगर आप लोग किसी Motivational Story In Hindi कहानी के बारे में जानना चाहते हो कमेंट मैं जरूर लिखें। Short Moral Story In Hindi For Kids पोस्ट को पढ़ने के लिए आप लोगों का धन्यवाद।